चंपावत

चंपावत में पेपर लीक पर बेरोजगारों का प्रदर्शन अभ्यर्थी बोले: मेहनत बेकार, पेपर लीक से धोखा

जिला मुख्यालय में लगी लंबी जाम की समस्या

उत्तराखंड में पेपर लीक प्रकरण की आग अब चंपावत तक पहुंच गई है। आज जिला मुख्यालय में हजारों बेरोजगार अभ्यर्थी सड़कों पर उतर आए और जोरदार नारेबाजी की। अभ्यर्थियों ने इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश व्यक्त किया।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उत्तराखंड जैसे राज्य में भर्ती कम निकलती हैं, फिर भी जब कोई भर्ती आती है तो पद सीमित होते हैं। लोग हजारों रुपये खर्च कर कोचिंग में तैयारी करते हैं, जबकि कई गरीब अभ्यर्थी घर पर ही मेहनत करते हैं। लेकिन महीनों की मेहनत के बाद जब वे परीक्षा देते हैं और पेपर लीक हो जाता है, तो उनका सपना टूट जाता है।
कई अभ्यर्थियों ने बताया कि यह उनका आखिरी मौका था क्योंकि आने वाली भर्ती तक वे ओवर एज हो जाएंगे। उनका कहना था, “अब हम ना घर के रहे, ना घाट के।”
बेरोजगारों की इस रैली के कारण जिला मुख्यालय की मुख्य सड़क पर भारी जाम लग गया। इससे आने-जाने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
अभ्यर्थियों ने सरकार से जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और परीक्षा प्रणाली में सुधार की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और युवाओं का भविष्य सुरक्षित रहे।
चंपावत में पेपर लीक का मामला अब गहराता जा रहा है और बेरोजगारों का गुस्सा प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है।

Show More

Related Articles