
अब चंपावत से लोहाघाट की दूरी कुछ ही मिनटों में तय की जा सकेगी। मास्टर प्लान के तहत चंपावत से लोहाघाट तक रोपवे निर्माण का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के धरातल पर उतरने से जहां पर्यटन को नई रफ्तार मिलेगी, वहीं स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
फिलहाल जिला मुख्यालय चंपावत से लोहाघाट की दूरी करीब 13 किलोमीटर है, जिसे सड़क मार्ग से तय करने में 40 से 45 मिनट का समय लगता है। प्रस्तावित 5.4 किलोमीटर लंबे रोपवे के जरिए यह सफर महज 15 मिनट में पूरा हो सकेगा। रोपवे यात्रा से न सिर्फ समय की बचत होगी, बल्कि यात्रियों को पहाड़ों के प्राकृतिक सौंदर्य को नजदीक से देखने का अवसर भी मिलेगा।
प्रस्तावित रोपवे परियोजना को ईको-फ्रेंडली और आधुनिक परिवहन साधन के रूप में देखा जा रहा है। अधिकारियों के अनुसार, वर्ष 2026 से इसके निर्माण कार्य की शुरुआत की जा सकती है।
एडीएम चंपावत के.एन. गोस्वामी ने बताया कि रोपवे परियोजना से क्षेत्रीय विकास को मजबूती मिलेगी और पर्यटन व्यवसाय को नए पंख लगेंगे।



