
विदेश में नौकरी दिलाने का सपना दिखाकर इमीग्रेशन कार्यालय ने तीन लाख रुपए की ठग लिए। मामलें में पीड़ित ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
पंडरी निवासी सुरेंद्र गुप्ता पुत्र रोशन लाल गुप्ता ने बताया कि 22 जुलाई को मोहाली, पंजाब स्थित एक इमीग्रेशन कार्यालय से फोन पर उसे विदेश में नौकरी दिलाने की बात हुई। 6 अगस्त को वह कार्यालय गया। वहां उसने कर्मचारियों से मुलाकात की। कर्मचारियों ने उसे 35 दिन के भीतर वीजा लगवाने की बात की। साथ ही, कर्मचारियों ने उसे 5.7 लाख रुपए का खर्चा बताया। यह भी बताया कि वीजा अप्रूवल होने के बाद ही रुपए लिए जाएंगे।
फिर, 8 सितंबर को वहां के एक कर्मचारी ने उसके विजा अप्रूवल होने की जानकारी दी। इस पर अगले दिन सुरेंद्र ने बैंक खाते से इमीग्रेशन कार्यालय को कुल 3 लाख रुपए का भुगतान कर दिया।
तीन लाख का भुगतान करने के बाद इमीग्रेशन कार्यालय से कोई सूचना नहीं आई। तो सुरेंद्र को शक हुआ। इस पर उसने न्यूजीलैंड अमंबेंसी में फोन कर वीजा कंफर्म होने की पता किया। वहां से पता चला कि उसके नाम पर कोई वीजा कंफर्म नहीं हुआ है।
वहीं, धोखाधड़ी का आभास होने पर उसने मोहाली, पंजाब स्थित कोतवाली में आरोपियों के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की। वहां से कोई कार्रवाई ना होने पर पीड़ित ने कोतवाली, सितारगंज में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।



