हल्द्वानी

हल्द्वानी में अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष–2025 के भव्य मेले का शुभारंभ

सहायता समूहों को मिली 17.72 करोड़ की मदद

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज एमबी इंटर कॉलेज, हल्द्वानी में अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष–2025 के अवसर पर आयोजित भव्य सहकारिता मेले का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश की स्वयं सहायता समूहों और सहकारी समितियों को सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए पशुपालन एवं सब्जी उत्पादन में कार्यरत स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को मध्यकालीन दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता कल्याण योजना के तहत 16.97 करोड़ रुपये और एनआरएलएम स्वयं सहायता समूहों के अंतर्गत 75.50 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की। मेले में शामिल जनसमुदाय ने मुख्यमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष और राज्य स्थापना की रजत जयंती के अवसर पर आयोजित यह मेला प्रदेश में सहकारिता आधारित अर्थव्यवस्था को नई गति देगा। ‘सहकारिता से पर्यटन विकास’ थीम पर आधारित इस सात दिवसीय मेले में प्रदेश की सहकारी समितियों, स्वयं सहायता समूहों और किसानों द्वारा तैयार किए गए उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा। साथ ही ईको-आतिथ्य, ईको-पर्यटन, होमस्टे प्रबंधन, स्थानीय व्यंजन, कृषि एवं फल उत्पाद संवर्धन जैसे विषयों पर विशेष कार्यक्रम आयोजित होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मेला स्थानीय अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने और सहकारिता की भावना को जन-जन तक पहुंचाने का प्रभावी माध्यम बनेगा।
मुख्यमंत्री ने सहकारिता को मानव समाज का प्राचीन सिद्धांत बताते हुए कहा कि यह सामूहिक प्रगति, सहयोग और एकता को बढ़ावा देता है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2025 को अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष घोषित किए जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि देश में सहकारिता क्षेत्र को नई दिशा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अलग सहकारिता मंत्रालय का गठन किया गया है, जो केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में अभूतपूर्व कार्य कर रहा है।
उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में सहकारिता को सशक्त बनाने के लिए कई ऐतिहासिक कदम उठाए गए हैं। प्रदेश में 671 सहकारी समितियाँ पूरी तरह डिजिटल प्रणाली से कार्यरत हैं। 24 समितियाँ जन औषधि केंद्रों के रूप में और 640 समितियाँ कॉमन सर्विस सेंटर के रूप में ग्रामीण क्षेत्रों में बीमा, पेंशन, आधार जैसी डिजिटल सेवाएं प्रदान कर रही हैं। 5511 समितियों में से 3838 समितियों का डेटा राष्ट्रीय सहकारी डेटाबेस पर अपलोड किया जा चुका है, जिससे पारदर्शिता और दक्षता में वृद्धि हुई है।
महिला सशक्तिकरण पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की 1.68 लाख महिलाएँ आज लखपति दीदी बन चुकी हैं। सहकारिता और पर्यटन आधारित आजीविका की दिशा में मेले में की जा रही पहलें स्थानीय समुदायों को नए अवसर प्रदान करेंगी।
मुख्यमंत्री ने हल्द्वानी में हो रहे विकास कार्यों का भी उल्लेख किया। उन्होंने योग एवं आयुष अस्पताल, अंबेडकर पार्क, ओपन जिम, हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में राजकीय कैंसर संस्थान, 792 करोड़ रुपये की रिंग रोड, हल्द्वानी–लालकुआं बाईपास, नगर की सड़कों का सुधारीकरण, मल्टीस्टोरी पार्किंग, वेस्ट मैनेजमेंट, पोलिनेटर पार्क और एस्ट्रो पार्क जैसी परियोजनाओं का जिक्र किया। हल्द्वानी से विभिन्न जिलों और मुंबई के लिए रेल एवं हेलीकॉप्टर सेवाओं की शुरुआत भी कनेक्टिविटी सुधार में महत्वपूर्ण कदम है।
कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वदेशी उत्पादों के उपयोग के आह्वान का समर्थन किया और उत्तराखंड को आत्मनिर्भर बनाने में जनसहभागिता का महत्व बताया। इस अवसर पर सांसद अजय भट्ट, विधायक दीवान सिंह बिष्ट, राम सिंह कैड़ा, दर्जाधारी मंत्री सुरेश भट्ट, जनप्रतिनिधि, स्वयं सहायता समूह की महिलाएँ और स्थानीय उत्पादक उपस्थित रहे।

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