
देहरादून/गोरखपुर : महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के संस्थापक दिवस समारोह में आज उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। इस अवसर पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को सम्मानित किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि गोरखपुर केवल एक नगर नहीं, बल्कि भारत की आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रीय चेतना का महत्वपूर्ण केंद्र है। उन्होंने महायोगी गुरु गोरखनाथ की तपोभूमि और संत परंपरा की गौरवशाली विरासत को नमन करते हुए कहा कि यह भूमि सदियों से समाज-निर्माण और मानवीय उत्थान की प्रेरणा देती रही है।
उन्होंने महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की 1932 से शुरू हुई शिक्षा यात्रा को गौरवपूर्ण बताया और कहा कि परिषद ने पूर्वी उत्तर प्रदेश में शिक्षा, संस्कृति, चरित्र निर्माण और राष्ट्रवाद को नई दिशा प्रदान की है। आज इसका विस्तार प्राथमिक विद्यालयों से लेकर विश्वविद्यालय तक दिखता है। राज्यपाल ने महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय द्वारा आधुनिक विज्ञान तथा भारतीय मूल्यों से प्रेरित शिक्षा के प्रयासों की प्रशंसा की।
नई पीढ़ी का आह्वान करते हुए राज्यपाल ने कहा कि युवा विकसित भारत-2047 के निर्माण में तकनीक, विज्ञान, एआई, साइबर सुरक्षा, स्पेस और ग्रीन एनर्जी जैसे क्षेत्रों में नेतृत्व करें, साथ ही भारतीय संस्कृति और राष्ट्रप्रेम को भी जीवित रखें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत के वैश्विक उत्थान और संस्कृति के पुनर्स्थापन का उल्लेख करते हुए राज्यपाल ने कहा कि यह समय नई भारतीय चेतना का युग है, जिसे युवा पीढ़ी नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी।



