उत्तराखंड का दुर्भाग्य: सरकारी विभाग सो रहा, मां नंदा देवी का अपमान हो रहा

देहरादून के दिलाराम चौक पर स्थित उत्तराखंड की कुल देवी मां नंदा देवी का म्यूरल सरकार द्वारा बनवाया गया था ,जिसका उद्देश्य राज्य में आने वाले से सेलानियो, जनता को *मां नंदा देवी*और उत्तराखंड की संस्कृति को म्यूरल के द्वारा लोगो को बताना/दर्शना था,परंतु उत्तराखंड का यह दुर्भाग्य है की यहां से प्रतिदिन मुख्यमंत्री का काफिला, राज्यपाल का काफिला और अन्य कई मंत्री गण ,सरकारी अधिकारी, पुलिस अधिकारी इसी रास्ते से होकर गुजरते हैं।
लेकिन किसी का ध्यान भी मां नंदा देवी के म्यूरल पर लगे राजनीतिक, धार्मिक अन्य आदि बैनर होर्डिंग पर नहीं जाती ना ही निगम द्वारा व एमडीडीए द्वारा इस विषय पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाति है ,इससे यह साबित होता है की या तो शासन और प्रशासन इसको देख कर नजरअंदाज कर रहा है या फिर उन्हे उतराखंड की संस्कृति पर केवल दिखावा मात्र /खानापूर्ति की जा रही है।
ये हमारे राज्य का दुर्भाग्य ही की जिस उद्देश्य के लिये “माँ नंदा देवी” के म्यूरल बनाया गया वो उद्देश्य पूरा नही हो पा रहा है ,दूसरा “माँ नन्दा देवी” के म्यूरल के ऊपर पोस्टर लगने से “माँ नंदा देवी” का अपमान हो रहा है।
ऐसे में सरकार/विभाग को चाहिए कि भविष्य में कोई भी राजनीतिक पार्टी /व्यक्ति विशेष/संस्था किसी भी तरह का विज्ञापन पोस्टर “माँ नन्दा देवी” के म्यूरल के उपर ना लगाये,इसके लिए सरकार को निगम और सम्बन्धित विभाग को सभी के विरुद्ध कारवाही के लिए आदेश जारी किया जाए। जिससे जिस उद्देश्य के लिये “माँ नंदा देवी” के म्यूरल बनाया गया वो उद्देश्य पूरा हो सकें ,दूसरा भविष्य मे किसी भी के द्वारा “माँ नन्दा देवी” का अपमान ना होने पाए ।
इसी संदर्भ में सामाजिक कार्यकर्ता और आर टी आई क्लब उत्तराखंड ,संगठन सचिव द्वारा संस्कृति सचिव उत्तराखंड शासन को दिलाराम चौक स्थित “माँ नंदा देवी” के म्यूरल में राजनीति पार्टी या किसी अन्य विषय का पोस्टर ना लगाया जाए और ना ही भविष्य म्यूरल पर लगा पाया जाए ।इसके लिए एक शिकायत पत्र /सुझाव दिया है,जिस पर सचिव उत्तराखंड संस्कृति द्वारा ठोस कदम उठाने का आश्वासन दिया गया।