
विवि के रजत जयंती छात्रावास में सोमवार को बीटेक तृतीय वर्ष (सिविल इंजीनियरिंग) के छात्र का शव कमरे में फंदे से लटका मिला, जिससे छात्रावास सहित विवि प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन पहुंचे अधिकारियों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया।
सोमवार सुबह अक्षत के साथी उसे बुलाने के लिए उसके कमरे पर पहुंचे। काफी देर तक दरवाजा खटखटाने के बावजूद कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। संदेह होने पर छात्रों ने दरवाजे को जोर से झटका, जिससे कमरे की कुंडी टूट गई। कमरे में प्रवेश करते ही उन्होंने अक्षत को पंखे से मफलर के सहारे फंदे पर लटके पाया। घबराए छात्रों ने मफलर काटकर उसे बेड पर उतारा। साथ ही इसी छात्रावास में रहने वाले उसकी मौसी के बेटे दिव्यांश सैनी को बुलाया और सुरक्षा कार्यालय को सूचना दी। सूचना मिलने पर सुरक्षाधिकारी ठाकुर सिंह वार्डन, चीफ वार्डन, सुरक्षा अधिकारी, वार्डन और पुलिस टीम मौके पर पहुंची। थाना प्रभारी नंदन सिंह रावत ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। कमरे की तलाशी में डायरी, मोबाइल फोन और मफलर आदि बरामद हुए हैं। जिन्हें पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। अक्षत के माता-पिता गाजियाबाद के सेक्टर-23 में रहते हैं, जहां पिता का व्यवसाय है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक मृतक अक्षत सैनी (20) ने डायरी में सुसाइड नोट लिखा था। जिसमें उसने स्वयं ही सवाल कर खुद जवाब भी दिए हैं। जिससे उसके डिप्रेशन में होने का पता चला है। साथी छात्रों ने बताया कि अक्षत पढ़ाई में होशियार था और रविवार को ही गाजियाबाद से पंतनगर लौटा था।



