“तिरँगा कही आम झंडा ना बन जाये” आजादी के 75वे अमृत महोत्सव के अवसर पर पूरे देश मे जश्न का माहौल है, इसी जश्न मे देश भक्ति की भावना को देश के नागरिकों के दिलो में जागने/बढ़ाने के लिये 13 से 15 अगस्त तक हर घर झंडा फहराने का अभियान शासन -प्रशासन ,राजनीति पार्टियों ,आम नागरिकों के बीच जोरो -शोरो से चल रहा है, क्योंकि हमारे राष्ट्र ध्वज के सम्मान की बात है, जिस पर हम सभी देशवाशियों का गर्व है।
सुरेन्द्र सिंह थापा आर टी आई क्लब उत्तराखण्ड (संगठन सचिव)/ संस्थापक गोरख अनुगामी संगठन एवं पहाड़ी समाचार दर्पण की मुहिम के बाद भी किसी भी माध्यम से आमजनों के लिये झन्डे के सम्मान/ निपटान की जानकारी को बिंदुवार हिन्दी में प्रचार -प्रसार नही किया जा रहा है,पर जश्न के इस माहौल में किसी को भी इस बात की खबर नही की-आम नागरिकों को भारतीय झंडा संहिता, 2002 के नियमों की जानकारी ना होने की वजह से जश्न के जोश में राष्ट्र ध्वज का अपमान ना हो जाये इसी सम्भावना को देखते हुए , सुरेन्द्र सिंह थापा आर टी आई क्लब उत्तराखण्ड (संगठन सचिव)/ संस्थापक गोरख अनुगामी संगठन एवं पहाड़ी समाचार दर्पण की मुहिम द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से देश के सभी राज्यो को देश सुझाव देने के लिए सुझाव पत्र भेजा गया
उत्तराखंड राज्य के मुख्य/संस्कृति सचिव उत्तराखण्ड शासन से उत्तराखण्ड के समस्त के विभागों समस्त जिलों एवं जिला अधिकारी देहरादून ,सूचना एवम लोक संपर्क विभाग को राष्ट्र ध्वज के सम्मान के लिये सुझाव भेजे गए है।
प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा हमारे सुझाव को नगर आयुक्त नगर निगम को भेजा गया, जिसमे स्वास्थ्य नगर अधिकारी को जिम्मेदारी है ,जिला अधिकारी को भेजे गये सुझाव को CDO झरना कमठान द्वारा समस्त विभाग में हमारे सुझाव को भी शामिल कर भेजा गया जिसमे भारतीय झण्डा संहिता 2002 के नियमों का पालन करने के निर्देश दिये गए है।
राज्यपाल/ सीएम पोर्टल के माध्यम सुझाव पत्र के मध्यम से निवेदन किया है समस्त राजनीति पार्टियो को राष्ट्र ध्वज के सम्मान में सहयोग करने के लिये निर्देशित करने का कष्ट करें,आम नागरिकों को भारतीय झंडा संहिता, 2002 के नियमों की जानकारी ना होने की वजह से ध्वज राष्ट्र का अपमान ना हो जाए , तिरँगा कही आम झण्डा ना बन जाये ,उसके लिए हमारे द्वारा शासन- प्रशासन एवम समस्त राजनीतिक पार्टियों से निवेदन है की:
(1) झन्डे के सम्मान निपटना की जानकारी को स्पस्ट रुप से बिन्दुवार हिंदी में लिखकर सड़क किनारे खड़े होर्डिंग में प्रदर्शित करे।
(2) नगर पंचायत ,नगर निगम,नगर पालिका झण्डे के नियमों को पम्पलेट हिंदी में छपवाकर अपने अपने स्तर से घर -घर जाकर बांटे साथ ही अपने -अपने कार्यालयों में झन्डे के निपटना के लिये अधिकारी नियुक्त करे औऱ फ़ोन न0 सभी जगह सार्वजनिक करे ताकि कोई भी नागरिक फ़टे गले झण्डे को ससम्मान सहित निपटान के लिये वहा दे सके।
(3) विशेषकर झुग्गी झोपड़ियों में झन्डे के अपमानित होने की संभावना है उसके लिए हर राजनीति पार्टी अपने- अपने कार्यकर्ता के माध्यम से इन जगहो पर विशेष ध्यान दे।
(4)15 अगस्त के बाद हम सभी का फर्ज बनता है कि ,कही पर भी झन्डे का अपमान होता हुआ नजर आये तो उसे नजर अन्दाज ना करे बल्कि नगर पंचायत नगर पालिका नगर निगम में सम्मान देकर आये ।