उत्तराखण्ड क्रांति दल द्वारा अग्नीपथ योजना के विरोध में प्रधानमंत्री को जिलाधिकारी के माध्यम से भेजा ज्ञापन

उत्तराखण्ड क्रांति दल द्वारा अग्नीपथ योजना के विरोध में प्रधानमंत्री भारत सरकार द्वारा जिलाधिकारी को एक ज्ञापन दिया गयाl कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व अध्यक्ष एवं संरक्षक बीडी रतूड़ी के द्वारा की गई l उन्होंने कहा अग्नीपथ योजना ना तो उत्तराखंड प्रदेश ना ही देश हित में है यह योजना नौजवानों के भविष्य के साथ सीधा-सीधा खेलना है l क्योंकि उत्तराखंड राज्य एक सैनिक बाहुल्य प्रदेश है l इस योजना से सैनिकों एवं नौजवानों की भावनाओं पर कुठाराघात हो रहा है l आगे जिला अध्यक्ष दीपक रावत ने कहा जिस उम्र में नौजवान अपने भविष्य व कैरियर को बनाने की दहलीज पर होता है उस वक्त केवल 4 साल का सैनिक बना कर छोड़ देना उसके भविष्य के साथ घोर अन्याय है l 4 साल के बाद उनके भावी रोजगार व कैरियर के बाबत जो भी योजनाएं घोषित की गई है वह नितांत अपर्याप्त व अनिश्चित है l
इस योजना के तहत नियुक्त अग्नि वीरों के कारण भविष्य में सेना के मूल चरित्र पर भी व्यापक तथा नकारात्मक असर पड़ने की पूरी संभावना बनी रहेगी l 4 साल के लिए नियुक्त अग्निवीर भारत के उच्च सैनिक परंपरा, अनुशासन , प्रतिबद्धता एवं समर्पण के मानकों पर शायद खरा साबित हो सकेगा l ज्ञापन देते वक्त ज्ञापन लेने में हुई देरी के कारण क्रांति दल के पदाधिकारियों ने गेट खल कर जबरदस्त नारेबाजी की तथा चेतावनी दी कि यदि भविष्य में उत्तराखंड क्रांति दल को इसमें यह राज्य बनाने में अहम भूमिका निभाई है उपेक्षित किया गया तो परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें l
ज्ञापन में निवर्तमान कार्यकारी अध्यक्ष आनंद प्रकाश जुयाल , केंद्रीय उपाध्यक्ष किशन सिंह मेहता , केंद्रीय महामंत्री बहादुर सिंह रावत ,जय प्रकाश उपाध्याय , शांति प्रसाद भट्ट ,महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष प्रमिला रावत , युवा प्रकोष्ठ अध्यक्ष राजेंद्र बिष्ट , जिला अध्यक्ष दीपक रावत ,प्रचार सचिव अशोक नेगी , विपिन रावत जी ,राजेंद्र प्रधान , नगर अध्यक्ष मसूरी शशिकांत मोहन सिंह भंडारी , यदुवीर सिंह चौहान ,विवेक, सुमित डंगवाल, लता हुसैन ,रेखा शर्मा ,लक्ष्मी राणा, सोनिया ,जीत कौर, रीना ,नीलम ,आदि उपस्थित रहे l